Side Banner
Recent Reviews by Upma Singh
Navbharat Times

Upma Singh is a journalist with 17 years of experience in the field of entertainment and feature journalism. She has worked with Amar Ujala and Dainik Bhaskar , leading national hindi newspapers before joining Navbharat Times. She is an assistant editor at Navbharat Times, Mumbai.

Films reviewed on this Page

Black Warrant
Azaad
Mismatched S03
Sikandar Ka Muqaddar
All We Imagine as Light
Freedom at Midnight
Do Patti
IC 814 the Kandahar Hijack
Zindaginama
Raat Jawaan Hai

Black Warrant
जेल की अनदेखी दुनिया की सच्ची बानगी और बेहतरीन परफॉर्मेँसेज के लिए देखनी चाहिए।

जेल एक ऐसी जगह है, जिससे हर कोई दूर ही रहना चाहेगा। यही वजह है कि जेल की भीतर की दुनिया के बारे में लोगों को कम ही जानकारी रहती है। हां, कई फिल्मों में जेल में होने वाली दबंगई, खराब खाना, बारिश में सोने की भी जगह ना मिलने जैसी चीजें जरूर देखने को मिली है, लेकिन विक्रमादित्य मोटवाने की नई वेब सीरीज ब्लैक वारंट जेल की दुनिया की स्याह सचाई को इतनी गहराई से दिखाती है कि आप इसमें खोते जाते हैं। एशिया की सबसे बड़ी तिहाड़ के जेलर सुनील कुमार गुप्ता और पत्रकार सुनेत्र चौधरी की इसी शीर्षक से लिखी किताब पर आधारित यह सीरीज जेल के भीतर होने वाले भ्रष्टाचार, जेलर-कैदी के रिश्तों, उनकी जिंदगी के साथ-साथ अस्सी के दशक में फांसी पर चढ़े चर्चित कैदियों की कहानी भी दिखाती है।

Continue reading …

All 10 reviews of Black Warrant here

Azaad
इंसान और पशु प्रेम की बानगी देती यह फिल्म अमन देवगन के लिए देखी जा सकती है।

बॉलीवुड में इंसान और जानवरों के प्यार, दोस्ती और वफादारी पर ‘हाथी मेरे साथी’ और ‘तेरी मेहरबानियां’ जैसी यादगार फिल्में बनी हैं। हालांकि, वक्त के साथ इन बेजुबानों के साथ इंसानी रिश्तों की कहानियां कम होती गईं, पर अब डायरेक्टर अभिषेक कपूर इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए फिल्म ‘आजाद’ लेकर आए हैं, जिसका केंद्र एक घोड़ा है। अपनी फिल्मों से फरहान अख्तर, सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान को बॉलीवुड में लॉन्च करने वाले अभिषेक कपूर इस फिल्म से भी दो नए चेहरों, अजय देवगन के भांजे अमन देवगन और रवीना टंडन की बेटी राशा थडानी को पर्दे पर उतार रहे हैं। फिल्म में इन दोनों नए एक्टर्स, खासकर अमन ने आत्मविश्वास भरी अदाकारी से खुद को लंबी रेस का घोड़ा साबित करने की बढ़िया कोशिश की है।

Continue reading …

All 5 reviews of Azaad here

Mismatched S03
किरदारों का ग्राफ आगे बढ़ाने में भी कंजूसी बरती गई है

एक टेक्नॉलजी को जी-जान से चाहने वाली अंबाला की मिडल क्लास लड़की डिंपल आहूजा (प्राजक्ता कोली) और एक टूटकर प्यार करने वाला जयपुर के रजवाड़े घराने का सच्चा आशिक ऋषि सिंह शेखावत (रोहित सराफ), यानी एक बिल्कुल ही मिसमैच्ड जोड़ी और जब ये दोनों मिलते हैं, तो क्या होता है यही कहानी है वेब सीरीज ‘मिसमैच्ड’ की। लेखिका संध्या मेनन की किताब ह्वेन डिंपल मेट ऋषि पर आधारित इस सीरीज के दो सीजन पहले ही आ चुके हैं और युवा दर्शकों के बीच डिंपल और ऋषि यानी प्राजक्ता कोली और रोहित सराफ की जोड़ी पहले ही काफी पसंद की जा चुकी है। उनकी केमिस्ट्री तीसरे सीजन में भी सुहाती है, मगर कहानी के मामले में सीरीज बेहद कमजोर और सतही साबित होती है।

Continue reading …

All 3 reviews of Mismatched S03 here

Sikandar Ka Muqaddar
सस्पेंस-थ्रिलर के शौकीन हैं तो एक बार यह फिल्म देख सकते हैं।

सिनेमा की दुनिया में हाइस्‍ट यानी चोरी-डकैती पर बुनी चोर-पुलिस वाली कहानी फिल्मकारों के पसंदीदा विषयों में रही है। इस विषय पर ‘द इटैलियन जॉब’, ‘ओशन सीरीज’, ‘नाऊ यू सी मी’ से लेकर आइकॉनिक ‘मनी हाइस्ट’ जैसी विदेशी फिल्में और वेब सीरीज बन चुकी हैं। देश में भी ‘ज्वेल थीफ’, ‘आंखें’ (2002) और ‘धूम फ्रेंचाइजी’ जैसी यादगार फिल्में बनी हैं। अब इसी विषय पर डायरेक्टर नीरज पांडे अपनी नई फिल्म ‘सिकंदर का मुकद्दर’ लेकर आए हैं। नीरज खुद इससे पहले पुलिस को चकमा देकर रुपये उड़ा लेने वालों की टीम पर फिल्म ‘स्पेशल 26’ बना चुके हैं।

Continue reading …

All 9 reviews of Sikandar Ka Muqaddar here

All We Imagine as Light
रंगीनियत से परे वाली स्याह मुंबई के नाम प्रेम गीत

बॉलीवुड की फिल्मों में मुंबई को हमेशा खूब रोमांटिसाइज किया गया है। मसलन, बड़ी-बड़ी इमारतें, बाहें खोले समंदर, चकाचौंध भरी जिंदगी, प्यार का अहसास दिलाती बारिश, लेकिन इस सारी चमक-दमक के बीच यहां बहुत से ऐसे लोग हैं, जो अपने हिस्से की रोशनी के लिए रोज संघर्ष करते हैं। जो यहां की तमाम भीड़ में भी अकेले हैं। ये वो हैं, जो रोज उठते हैं, काम पर जाते हैं और लौटकर आ जाते हैं। इनकी जिंदगी इस भागते शहर में भी ठहरी हुई है। पायल कपाड़िया की कान फिल्म फेस्टिवल में प्रतिष्ठित ‘ग्रां प्री अवॉर्ड’ जीतकर इतिहास रचने वाली फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ रंगीनियत से परे वाली इसी स्याह मुंबई के नाम प्रेम गीत है।

Continue reading …

All 7 reviews of All We Imagine as Light here

Freedom at Midnight

सालों लंबी क्रांति और अनगिनत शहीदों की कुर्बानी के बाद अंग्रेजी हुकूमत से 1947 में मिली आजादी के बदले हिंदुस्तान के दिल पर विभाजन का जो जख्म लगा, वह टीस 77 साल बाद आज भी महसूस होती है। मगर क्या धर्म के नाम पर हुआ देश का यह बंटवारा जरूरी था? क्या यह रुक सकता था? देश के भविष्य से जुड़े इस निर्णायक फैसले में शामिल पंडित नेहरू, महात्मा गांधी, सरदार पटेल या मोहम्मद अली जिन्ना जैसे राजनेताओं का क्या रुख रहा? इतिहास के सबसे त्रासद बंटवारे को लेकर ऐसे ही कई अनछ़ुए पन्ने पलटती है, निखिल अडवानी की वेब सीरीज ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’। यह सीरीज लैरी कॉलिन्स और डॉमनिक लैपियर की इसी नाम से लिखी बहुचर्चित किताब पर आधारित है, जो ब्रिटिश राज का सूरज ढलने के बाद एक स्वतंत्र हिंदुस्तान के बनने के दौरान हुई राजनीति और सामाजिक हालातों की गहराई से पड़ताल करती है।

Continue reading …

All 11 reviews of Freedom at Midnight here

Do Patti
यह कहानी है, दो जुड़वा बहनों सौम्या और शैली (कृति सेनन) की

सस्पेंस की चादर में लिपटी यह संवेदनशील विषय वाली फिल्म एक बार जरूर देखी जा सकती है

पति-पत्नी के रिश्ते में जब प्यार की जगह हिंसा ले ले, तो चोट पूरे परिवार और खासकर बच्चों को लगती है। घरेलू हिंसा का यह जख्म कभी-कभी इतना गहरा होता है कि पूरा घर बिखर जाता है। विडंबना देखिए, हिंसा के इतने खतरनाक रूप को ‘घरेलू’ कहा जाता है, जिस कारण घर से बाहर के ज्यादातर लोग पति-पत्नी के इस आपसी मामले में दखल तक नहीं देते। घरेलू हिंसा की इसी कड़वी सच्‍चाई को दो बहनों की राइवलरी के मसालेदार पैकेजिंग में लपेटकर पेश करती है, एक्ट्रेस कृति सेनन और राइटर कनिका ढिल्लों के बैनर की डेब्यू फिल्म ‘दो पत्ती’।

Continue reading …

All 18 reviews of Do Patti here

IC 814 the Kandahar Hijack

भारतीय इतिहास में 1999 के कंधार प्लेन हाईजैक की घटना आज भी एक काले अध्याय की तरह याद की जाती है। सारी दुनिया जब नई सदी Y2K के आने के उत्साह में मगन थी, क्रिसमस से एक दिन पहले 24 दिसंबर 1999 को करीब 175 लोगों को लेकर काठमांडू से दिल्ली के लिए रवाना हुए इंडियन एयरलाइंस के हवाई जहाज IC 814 को आतंकियों ने हाईजैक कर लिया। हाईजैकर्स के कब्जे वाला यह प्लेन पहले अमृतसर और फिर लाहौर और दुबई होते हुए कंधार में लैंड हुआ। सात दिन बाद भारतीय जेलों में बंद तीन आतंकियों मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को छोड़ने के बदले इन यात्रियों की सुरक्षित घर वापसी करवाई गई। अब इसी घटनाक्रम पर आधारित वेब सीरीज ‘IC 814: द कंधार हाईजैक’ से चर्चित निर्देशक अनुभव सिन्‍हा ने ओटीटी पर दस्तक दी है।

Continue reading …

All 2 reviews of IC 814 the Kandahar Hijack here

Zindaginama

मेंटल हेल्थ हमारे समाज में लंबे समय तक एक टैबू रहा है। हालांकि, अब कुछ साल से इसके बारे में खुलकर बातें होने लगी हैं। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (10 अक्टूबर) पर आई एंथॉलजी सीरीज ‘ज़िंदगीनामा’ इसी मेंटल हेल्थ के प्रति जागरूकता की ओर एक मजबूत कदम है। यह सीरीज 35-40 मिनट की छह कहानियों का गुलदस्ता है, जो ईटिंग डिसऑर्डर, गेमिंग एडिक्शन, सिजोफ्रेनिया, ओसीडी, पीटीएसडी, जेंडर डिस्फोरिया जैसी अलग-अलग मानसिक समस्याओं के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करती है।

Continue reading …

All 2 reviews of Zindaginama here

Raat Jawaan Hai

आम सी कहावत है कि मां-बाप बनने के बाद आपकी अपनी जिंदगी, अपनी खुशी बेमाने हो जाती है। तब बच्चा, उसकी जरूरतें, उसकी खुशियां ही सबसे ऊपर होती हैं। काफी हद तक होता भी ऐसा ही है, पर पैरंटिंग के नए मायने समझाने वाली वेब सीरीज रात जवान है आपसे कहती है कि नहीं बॉस, एक अच्छा पैरंट बनने के लिए अपनी खुशियों की कुर्बानी देना जरूरी नहीं है। थोड़ी मशक्कत जरूर करनी पड़ेगी, मगर आप अपने करियर, खुशियों, बच्चों सबको साथ लेकर भी चल सकते हैं। खास बात यह है कि ख्याति आनंद पुथरन की लिखी और सुमित व्यास (परमानेंट रूममेट्स, ट्रिपलिंग) निर्देशित यह प्यारी सी फील गुड कहानी ये बड़ी-बड़ी बातें बिना किसी लेक्चरबाजी के मजे-मजे में कह जाती है।

Continue reading …

All 5 reviews of Raat Jawaan Hai here